परिचय

वर्ष २००४ में इंदौर के कुछ साथियों ने मिलकर रूपांकन की अनौपचारिक शुरुआत की थी, जो एक बस्ती में सार्वजनिक वाचनालय के रूप में हुई थी।
रूपांकन द्वारा संचालित यह वाचनालय २४ घंटे खुले रहने जैसी अपनी कुछ ख़ूबियों की वजह से शहर में अपनी एक अलग पहचान रखता है।

रूपांकन की एक ख़ास पहचान देश और देश के बाहर कैलिग्राफिकल पोस्टर्स बनाने वाले केंद्र के रूप में भी है। शिक्षा का अधिकार, भोजन का अधिकार, जल-जंगल-ज़मीन के अधिकार, महिला मुद्दों, साम्प्रदायिकता आदि विषयों से सम्बंधित प्रगतिशील विचारों एवं कविताओं पर निरंतर पोस्टर बनाता रहता है।

युवाओं के साथ साहित्य, जनगीत, नाटक, सार्थक फिल्मों के प्रदर्शन, चर्चा, कार्यशालाओं, प्रशिक्षण शिविरों के कार्यक्रमों सहित तमाम मानवीय मुद्दों को लेकर दर्जनों गतिविधियों में रूपांकन सक्रिय है। स्कूली शिक्षा की पहुंच से दूर खानाबदोश मजदूरों के बच्चों के लिए रूपांकन शहर में अनौपचारिक शिक्षण केन्द्रों का संचालन करता है।

शहरी गरीबों से जुड़े मुद्दों, ग़ैर - मोटर चलित परिवहन साधनों (पैदल यात्रियों और साईकिल यात्रियों) और लोक परिवहन प्रणाली की बेहतरी के लिए सक्रिय रहने के साथ - साथ रूपांकन इनसे जुड़े प्रकाशन भी करता है।

अनौपचारिक शिक्षण केन्द्र

ऐसे बच्चे जो स्कूल नहीं जा पाते उनके बीच रूपांकन अनौपचारिक शिक्षण केन्द्रों के माध्यम से काम करता है। भिक्षा वृत्ति एवं अन्य फुटकर कामों में संलग्न, बाल श्रमिक, कंस्ट्रक्शन साइट्स पर कार्यरत माइग्रेटेड लेबर्स के बच्चे व अन्य शहरी गरीब बच्चों के बीच ये केन्द्र पूर्णतः जनसहयोग के बलबूते पर चलते हैं। शिक्षा के जरिये ये बच्चे एक बेहतर इंसान बन सकें इस भावना के साथ ये केन्द्र संचालित किये जाते हैं। बुनियादी जरूरतों पुरता पढ़ाई - लिखाई तो यहाँ कराई ही जाती है पर साथ ही ऐसी कोशिशें भी रहती है कि ये बच्चे कोई हुनर हासिल कर अपने पैरों पर खड़े हो सकें और एक बेहतर ज़िन्दगी जी पाने में अपने आप को काबिल बना सकें।

रूपांकन

३१, शंकरगंज, किला रोड, इंदौर - ४५२००६ (म. प्र.)
दूरभाष: ०७३१ - २४५४४४०
ई-मेल: roopankan@gmail.com